तर्ज: मुझे इश्क है तुझी से
तू है दुर्गा काली तू ही है माँ भवानी तेरे द्वार मैं हूँ आया माँ कर दे मेहरबानी।। मै दास हूँ माँ तेरा मुझ पर करो निहोरा लेके आस मैया आया हूँ दौड़ा दौड़ा तेरे नाम की मैया सारी दुनिया है दीवानी। तेरे द्वार मैं हूँ आया माँ कर दे मेहरबानी।।1।। तूने पापियों को मारा भक्तों को है तारा मुझको भी मैया तारो मैं हूँ बेसहारा तेरा ध्यान करते करते मेरी बीते जिंदगानी तेरे द्वार मैं हूँ आया माँ कर दे मेहरबानी।।2।। तू है दुर्गा काली तू ही है माँ भवानी तेरे द्वार मैं हूँ आया माँ कर दे मेहरबानी।।